प्लॉट या मकान खरीदना हर किसी के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय होता है, लेकिन इसके साथ जुड़े जोखिम और धोखाधड़ी की संभावनाएं भी उतनी ही गंभीर होती हैं। हाल ही में पंचकूला, हरियाणा में एक व्यक्ति के साथ हुई धोखाधड़ी इस समस्या की गम्भीरता को दर्शाती है। इस लेख में हम आपको प्लॉट खरीदते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इसके बारे में विस्तार से बताएंगे।
हाल का धोखाधड़ी का मामला
पंचकूला के एक व्यक्ति ने एक बिल्डर से घर खरीदने का सौदा किया। सभी बातचीत दोस्ताना माहौल में हुई और खरीदार ने बैंक से 46 लाख का लोन भी ले लिया। घर की रजिस्ट्री और चाबी भी मिल गई, लेकिन जब खरीदार ने शिफ्ट होने से पहले घर का मुआयना किया, तो ताला नहीं खुला। पता चला कि बिल्डर ने ताला बदल दिया है। इस मामले में खरीदार न केवल धोखाधड़ी का शिकार हुआ, बल्कि बैंक लोन की किस्तें भी चुकानी पड़ रही हैं।
प्लॉट खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें
डेमार्केशन (सीमांकन): कभी भी ऐसी जगह प्लॉट न लें जहां पर डेमार्केशन अच्छी तरह से न हुआ हो। अगर कॉलोनी पूरी तरह विकसित नहीं है तो प्लॉट के आसपास की स्थिति का अच्छी तरह से मुआयना करें।
प्रॉपर्टी डीलर से सावधान: प्रॉपर्टी डीलर के पास जाने से बचें। अगर जाना पड़े तो एरिया की जानकारी और प्रॉपर्टी का बाजार मूल्य जानने के लिए जाएं। सौदा एक बार में न करें और जल्दबाजी से बचें।
बना-बनाया घर खरीदें: प्लॉट खरीदने की बजाय अगर आप बना-बनाया घर खरीदें और वो भी ऐसा घर जिसमें कोई परिवार पहले से रह रहा हो, तो यह बेहतर विकल्प हो सकता है।
टाइटल की जांच: जमीन का टाइटल चेक करें। यह सुनिश्चित करें कि जमीन का असली मालिक वही है जो आपको बेच रहा है। इसके लिए किसी वकील की सहायता लें और पिछले 30 साल के टाइटल का पता लगाएं।
सब-रजिस्ट्रार के दफ्तर में खोज: जमीन के दस्तावेजों की जटिलताओं और संपत्ति के अधिकारों का दावा करने के लिए सब-रजिस्ट्रार के दफ्तर में खोज करें।
पब्लिक नोटिस: जमीन खरीद के लिए पब्लिक नोटिस जारी करें जिससे किसी अन्य दावे से बचा जा सके।
पावर ऑफ अटॉर्नी: अगर जमीन मालिक की ओर से पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए बेची जा रही है, तो उसकी जांच गहनता से करें।
टैक्स रसीदें: टैक्स रसीदों की जांच करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जमीन पर कोई बकाया कर नहीं है।
गिरवी रखी गई जमीन: यह सुनिश्चित करें कि जमीन गिरवी नहीं रखी गई है। अगर गिरवी रखी गई है, तो ऋण की स्थिति की जांच करें।
प्रॉपर्टी का माप और एफएसआई: जमीन का माप और फ्लोर स्पेस इंडेक्स (FSI) की जांच करें। एफएसआई यह बताता है कि भूमि के एक टुकड़े पर कितना निर्माण किया जा सकता है।
कानूनी दस्तावेज और परमिशन
टाइटल डीड: संपत्ति का टाइटल डीड वेरिफाई करें और वकील से सत्यापित करवाएं।
बिक्री विलेख: बिक्री विलेख की जांच करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जमीन किसी डेवलपर, समाज या अन्य से संबंधित नहीं है।
अप्रूवल और परमिशन: यह सत्यापित करें कि अनुमोदित योजनाएं, आवश्यक अनुमतियां और एनओसी सही हैं।
भूमि की अवधि: जमीन की अवधि और लीज की शर्तों की जांच करें।
भावनाओं पर काबू रखें
जब हम किसी से मिलते हैं और बातचीत करते हैं तो हम उसे अपने जैसे ही समझने लगते हैं और यहीं हम धोखा खा जाते हैं। इस लिए पैसों के मामले में अपनी भावनाएं काबू में और दिमाग हमेशा खुला रखें।
प्लॉट या मकान खरीदने के लिए जितनी ज्यादा मेहनत आप खुद करेंगे उतना अच्छा सौदा आपको मिलेगा। इस मार्गदर्शिका के अनुसार सावधानियों का पालन करके आप धोखाधड़ी से बच सकते हैं और एक सुरक्षित और लाभदायक सौदा कर सकते हैं।
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